Israel was established as a Jewish state in 1948, following the end of British rule over the region. Its establishment was preceded by decades of conflict between Jewish and Arab communities in the area, and its creation was controversial and remains a source of ongoing conflict.
Israel is a democratic country with a diverse economy and a highly educated population. It is known for its technological innovation and has become a hub for startups and entrepreneurship. Israel is also home to many historic and religious sites, including the Western Wall in Jerusalem and the ancient city of Masada.हैलो हैलो दोस्तों कैसे है? आप सब एक बार फिर से स्वागत करता हूँ आपका अपने चैनल 2 रुपईडीहा हिंदी पर क्या आप जानते हैं वो कौन सा देश है दुनिया का जिसकी आबादी करोड़ में नहीं है? लेकिन पूरी दुनिया उसे सलाम ठोक दी है। एक ऐसा देश जिसके दुश्मन तो बहुत है लेकिन कोई उनके तरफ आंखें उठाकर नहीं देख सकता। एक ऐसे देश हैं जो कि इस समय हमें यानी कि भारत को सबसे ज्यादा मदद कर रहा है। आज हम जीस देश के बारे में आपको बताने वाले हैं। वो देश टेक्नोलॉजी का बादशाह है। वौस मेल जैसी सुविधा को पहली बारकिसी देश में डिवेलप किया गया है। ये वो देश है जहाँ जन्म लिया था, जिसने दोस्तों आज हम बात कर रहे हैं दुनिया के सबसे ताकतवर देश इसराइल की, तो देर किस बात की अपना सीट बेल्ट बांध लीजिए अच्छे से और निकलते हैं इजराइल की एक शानदार सफर पर। सबसे पहले आपको बता दें कि इजराइल का ऑफिशल नाम है स्टेट ऑफिस रेल। देश की कुल जनसंख्या आज लगभग 92 2,00,000 के आसपास है। इजराइल के 94% लोग बड़े शहर में रहते हैं और सिर्फ 6% ही गांव में रहना पसंद करते हैं।इजराइल की सीमाएं लेबनान, सीरिया, जॉर्डन, गाजा स्ट्रिप और इजिप्ट देश से मिलती है। इजराइल की राजधानी शहर है, जो जीसस का जन्म स्थान था। सबसे ज्यादा महंगे देशों की जब भी बात होती है तो इस शहर का नाम आता है सबसे ज्यादा यहाँ की महंगाई जो जान निकाल देती है वो है प्रॉपर्टी। दोस्तों इजराइल ने बीते वक्त में बहुत कुछ दुख सहा है। आपको तो पता ही होगा की सेकंड वर्ल्ड वॉर के दौरान जर्मनी के तानाशाह हिटलर ने तकरीबन 20,00,000 यहूदियों कोजान से मार दिया था जो इजराइल के निवासी थे। अब आप समझ सकते हैं कि किसी भी देश को इससे उबरने के लिए कितना वक्त लग सकता है। आज के इज़राइल को देखकर कोई कह भी नहीं सकता कि एक वक्त ऐसा भी गुज़ारा है इन्होंने। लेकिन इतने बुरे वक्त देखने के बाद भी इजरायल के लोगों ने कभी किसी के सामने एक आंसू नहीं बहाया। इजराइल के मुँह से कभी भी इस घटना के बारे में जिक्र करते हुए नहीं सुना गया क्योंकि ये दुनिया का एकमात्र देश है जहाँ पर जवाब बातों से कम और कामों से ज्यादा होता है।यही है इजरायल देश की ताकत सपने इजराइल को तंग किया है। सबने सोचा की ये यहूदी लूटने के लिए यहाँ आए हैं। इन्हें मार दो, इन्हें लूट लो। इनके साथ कुछ भी कर लो आपका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा था कि चुपके से सब कुछ सहने वाला यह देश 1 दिन इतना ताकतवर बनेगा। आज इजरायल के सामने कोई भी देश आँखों से आंखें मिलाकर देख नहीं सकता। आज कोई भी इजराइल का दुश्मन देश इनके सामने खड़ा नहीं रह सकता। इजराइल इतना ताकतवर बन गया की आज के दिनअमर का भी इनसे मदद मांगता है। इसराइल अपने डिफेन्स बजट पर सबसे ज्यादा ध्यान देते हैं। इसराइल ने लगभग 84,000 करोड़ रुपये अपने डिफेंस बजट में खर्च किए। साथ ही इजरायली सेना दुनिया की चौथी बड़ी सेनाओं में से एक है। इसके साथ ही वहाँ पर पुलिस के जवानों को भी स्पेशल ट्रेनिंग दी जाती है। इसके साथ ही इजराइल का सिक्युरिटी सिस्टम भी बेहद मजबूत और अचूक है। अच्छी बात ये है कि इसराइल की महिलाएं भी सेना में पुरुषों के साथ साथ कंधे से कंधा मिलाकर दुश्मन से लड़ती हैं। बेहद खूबसूरत दिखने वाली ये महिलाएं सैनिक इतनी मजबूत है कि2000 में नियम बदलकर महिलाओं और पुरुषों की यूनिट्स आपस में मिला दी गई। यहाँ कुल सैनिकों में एक तिहाई और ऑफिसर लेवल पर करीब आंधी महिलाएं हैं। महिला सैनिकों को भी पुरुषों के बराबर कड़ी ट्रेनिंग दी जाती है। इजराइल में उन्हें भी हर तरह के हथियार चलाने और किसी भी हालत से निपटने के लिए इतना मजबूत बनाया जाता है कि हर मौके पर खुद को साबित कर सके। दोस्तों इजराइल आतंकवाद की निंदा करता है और उसे जड़ से खत्म करने की कोशिश में लगा है। सबसे खास बात यह है कि इसराइल की सेना जिंस साथ खास नियमों को मानकर चलते हैं।इसमें से एक है। किसी भी युद्ध में ऐसी मजबूत रणनीति के साथ उतरना के कम से कम नुकसान हो। इजराइल की ताकत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जून 1900 सड़सठ में जब जॉर्डन, सीरिया और इराक सहित आधा दर्जन मुस्लिम देशों ने एक साथ इजराइल पर हमला किया तो उसने पलटवार कर के सिर्फ छह दिनों में इन सभी को धूल चटा दी थी। उस हार को अरब देश आज तक नहीं भूले। इतिहास में इस घटना को सिक्स देवार के नाम से जाना जाता है। हुआ ये कि कई सारे मुस्लिम देशों ने ये डिसाइड किया की क्यों ना सबएक साथ आ जाए और उसके बाद इजराइल से बदला लिया जाए। इन्होंने एक समझौता किया। जो भी इजराइल पर हमला करेगा उसकी मदद करने के लिए बाकी देश भी आएँगे। इजरायल को ये बात पहले से पता थी कि उसके चारों तरफ दुश्मन आ चूके हैं। उन्हें पता था कि अगर लड़ाई में पहला हमला उन्होंने नहीं किया तो ये परेशानी में पड़ जाएंगे। क्या आप यकीन कर सकते हैं कि जॉर्डन देश में इजिप्ट ने पहला एर प्लेन बनाया हुआ था और वहाँ उसके 290 लड़ाकू विमान थे। इजरायल ने सबसे पहले उन्हें तबाह कर दिया। उसके बादने जमीनी लड़ाई में भी बाकी देशों को हरा दिया, जिसके बाद किसी की हिम्मत नहीं हुई। इजराइल देश की तरफ आंख उठाकर देखने की इजरायल की डिफेन्स फोर्स इस है जिसे आइडिया के नाम से जाना जाता है और इसे दुनिया के सबसे बेहतरीन आर्म्ड फोर्स में से एक माना जाता है। ये फोर्स इंसानों की जान बचाने के लिए जानी जाती है। भूकंप के समय से लेकर आतंकवादी हमले तक कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचाई जाए, ये इस काम में माहिर हैं। आई डी। बता दूँ कि इन्होंने शॉर्ट नोटिस पर कई देश के लिए काम किया है, जिनमेंमैक्सिको, केन्या, इंडिया, टर्की और अमेरिका शामिल हैं। दोस्तों इजराइल दुनिया में उन नौ देशों में शामिल है जिसके पास अपना सैटेलाइट सिस्टम है, जिसके इस्तेमाल से वो ड्रोन चलाता है। इनके सैटैलाइट सिस्टम इतने स्ट्रांग है की कोई इनकी बराबरी नहीं कर सकता। सेना बल के साथ साथ इजराइल टेक्नोलॉजी के मामले में भी सबसे आगे हैं। आपको जानकर हैरानी होगी की 95% इस्राइली घरों में सोलर एनर्जी का इस्तेमाल किया जाता है। इजराइल में सोलर एनर्जी की मदद से ही लोग अपने अपने घरों में पानी को गर्म करने का काम करते हैं।इतना ही नहीं होम कंप्यूटर उपयोग के मामले में ये देश दुनिया में सबसे अव्वल है और माइक्रोसॉफ्ट के लिए पहला यही बना था। पहली वॉइसमेल टेक्नीक इजराइल में ही विकसित की गई थी। पॉपुलर मोबाइल मैपिंग प्रोग्राम वेज़ इजराइल में डिवेलप किया गया था। अमेरिका की सिलिकॉन वैली की तर्ज पर अरबी में इसे सिलिकॉन वादी कहा जाता है। इजराइल में 3500 से ज्यादा हाइटेक कंपनी है, जो दुनिया में सिलिकॉन वैली के बाद दूसरे नंबर पर आती है। अमेरिका के बाहर इन्वेस्टमेंट के लिए सबसे अच्छा हब है इस रेलदुनिया का सबसे पहला एंटी वाइरस सॉफ्टवेयर भी इजराइल में ही डेवलप किया गया था। ये बात तो हम सब जानते हैं कि इजराइल में चारों तरफ धूल ही धूल है, लेकिन इसके बावजूद कृषि जगत में क्रांति का उदाहरण है इजराइल देश का ज्यादातर हिस्सा रेगिस्तान में होने और नए के बराबर बारिश होने के बावजूद इरीगेशन तकनीक के सहारे इजराइल रोजाना हजारों टन फूल और सब्जियां यूरोप में भेज रहा है। सिर्फ ठंडे माहौल और समुद्र तल से दूर उगने वाले अंगूर को रेगिस्तान के भीतर और वो 45 डिग्री तापमान में उगाकरदुनिया का सबसे पहला एंटी वाइरस सॉफ्टवेयर भी इजराइल में ही डेवलप किया गया था। ये बात तो हम सब जानते हैं कि इजराइल में चारों तरफ धूल ही धूल है, लेकिन इसके बावजूद कृषि जगत में क्रांति का उदाहरण है इजराइल देश का ज्यादातर हिस्सा रेगिस्तान में होने और नए के बराबर बारिश होने के बावजूद इरीगेशन तकनीक के सहारे इजराइल रोजाना हजारों टन फूल और सब्जियां यूरोप में भेज रहा है। सिर्फ ठंडे माहौल और समुद्र तल से दूर उगने वाले अंगूर को रेगिस्तान के भीतर और वो 45 डिग्री तापमान में उगाकरआज वो वाइन का बड़ा एक्सपोर्टर बन गया है। इजराइल के लोगों को खाना और पीना दोनों ही बहुत अच्छे लगते हैं। इजराइल के लोग कॉफी और कैफे इतने अच्छे हैं, आप यकीन?
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